रविवार, 4 दिसंबर 2011

शुभकामना सन्देश

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शुक्रवार, 18 नवंबर 2011

विकास को वैज्ञानिक चिंतन जरूरी : कपूर


अल्मोड़ा: उतराखंड राज्य को विकास के नजरिए से अग्रणी राज्य बनाने के लिए वैज्ञानिक चितंन जरूरी है। इसके लिए छठी राज्य विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी कांग्रेस की संस्तुतियां प्रासंगिक होंगी। यह बात प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष हरवंश कपूर ने कही। हरवंश कपूर एसएसजे परिसर के प्रेक्षागृह में तीन दिवसीय विज्ञान कांग्रेस के समापन अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा, विज्ञान के नित नए आविष्कार राज्य को उन्नति के लिए मार्गदर्शन करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने पर्वतीय क्षेत्रों की विषम भौगोलिक परिस्थितियों का जिक्र करते हुए कहा कि कृषि कैसे बेहतर हो वैज्ञानिकों को नए रास्ते खोजने चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे वरिष्ठ व युवा वैज्ञानिकों ने जो चिन्तन-मंथन किया है, इसके निष्कर्ष को आगे बढाएं। तभी गोष्ठी का महत्व सार्थकहो सकेगा। कपूर ने वैज्ञानिकों से कहा कि विकास की दौड़ में कई भूल हो जाती हैं जो मानव जीवन व पर्यावरण को हानि पहुंचाती है। वैज्ञानिकों को इस पर भी विचार करना होगा। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष युवा वैज्ञानिकों की हौसला अफजाई करना नहीं भूले। उन्होंने कहा युवा वैज्ञानिक नए विचारों के साथ प्रदेश को नई दिशा दें। कुलपति प्रो. वीपीएस अरोरा ने कहा कि राज्य को विज्ञान ही आगे ले जा सकता है। युवाओं को विज्ञान के क्षेत्र में आगे आकर देश सेवा का आ ान किया। उन्होंने कहा जो जुनून युवा वैज्ञानिकों ने दिखाया है अपने संस्थान में जाकर और अधिक लगन से सेवा करें। समापन अवसर पर पद्मश्री डॉ.ललित पांडे, वीपीकेएस के निदेशक डॉ.जेसी भट्ट, जीबी पंत पर्यावरण संस्थान के निदेशक डॉ.एलएमएस पालनी, प्रो. जेएस रावत, प्रो. जेएस धामी, यूकास्ट के महानिदेशक डॉ. राजेंद्र डोभाल ने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर प्रो. सीएस मथेला, डॉ. कमल पांडे, प्रो. ओपीएस नेगी, प्रो. आरएस पथनी, प्रो. जेएस बिष्ट, प्रो. जया उपे्रती, प्रो. एनएस भंडारी, डॉ. विद्याधर सिंह नेगी, प्रो. बीडी अवस्थी, डॉ. ललित तिवारी, ललित जोशी, सुमित खुल्वे, डॉ.वीपी उनियाल आदि मौजूद थे। संचालन मोना बाली ने किया।
साभार दैनिक जागरण

शनिवार, 7 मई 2011

उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा षुरू

उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा षुरू
देहरादून 07 मई,। उत्तराखण्ड में प्रसिद्ध चारधाम यात्रा शुक्रवार को प्रसिद्ध तीर्थधाम गंगोत्री एंव यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हो गई है। 08 मई को केदारनाथ धाम तथा 09 मई को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। चारधाम यात्रा में देष-विदेष से लाखों की संख्या में श्रद्धालु व तीर्थ यात्री आते है। राज्य सरकार द्वारा भी इस बार चारधाम यात्रा को सफल और सुगम बनाने के सभी प्रयास किये गये है।
शुक्रवार को धार्मिक परंपरानुसार अक्षय तृतीया को श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ इन कपाटों को खोल दिया गया है। भव्य शोभायात्राओं के साथ यमुना एवं गंगा जी डोलियॉं अपने शीतकालीन प्रवास स्थलों से पूर्वाह्न में यमुनोत्री एवं गंगोत्री में पहूॅुंचीं। धार्मिक परंपरानुसार पूजाभिषेक कर शुभमूहर्त पर यमुनोत्री धाम में अपराह्न 12.35 तथा गंगोत्री धाम में अपराह्न 12.55 बजे कपाटोद्घाटन हुआ। हल्की बारिष के बावजूद गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में कपाट खुलने के अवसर पर हजारों की संख्या में देष-विदेष से आये श्रद्धालु पहुंचे थे। यमुना जी की भोगमूर्ति को डोली में बिठाकर शनिदेव की अगुवाई में आज सुबह शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली गांॅव से यमुनोत्री गॉंव के लिए विदा किया गया। डोलीयात्रा के यमुनोत्री पहॅूुचने पर मंदिर प्रांगण में विषेष पूजा-अर्चना की गई। यमुना जी का अभिषेक करने के उपरांत वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुभमुहूर्त पर यमुनोत्री मंदिर के कपाट दर्षनार्थियों के लिए खोल दिए गए और खरसाली से लाई गई भोगमूर्ति को मंदिर में प्रतिष्ठित किया गया। यमुनोत्री में आयोजित कपाटोद्घाटन समारोह में प्रदेष के आपदा प्रबंधन मंत्री खजानदास, भाजपा प्रदेष अध्यक्ष बिषन सिंह चुफाल, चारधाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष सूरतराम नौटियाल सहित यमुनोत्री मंदिर समिति के पदाधिकारी, जन-प्रतिनिधि तथा अधिकारीगण उपस्थित रहे। आपदा प्रबंधन मंत्री ने यमुनोत्री धाम सहित यात्रा मार्गों पर की गई व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ ही अधिकारियों को तीर्थयात्रियों की सुख-सुविधाओं का पूरा ध्यान रखने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि यात्रा को सुव्यवस्थित व निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए सभी विभाग बेहतर समन्वय बना कर कार्य करें।
इधर अपने शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा गॉंव से गत दिन रवाना हुई गंगाजी की डोलीयात्रा भैराैंंघाटी मंें रात्रि विश्राम करने के बाद आज प्रातः गंगोत्रीधाम पहुंची। जहॉं वैदिक मंत्रोच्चार व पूजा-अभिषेक के साथ गंगोत्री मंदिर के कपाटोद्घाटन कर गंगा जी की भोगमूर्ति को मंदिर में प्रतिष्ठित कराया गया। समारोह के दौरान सेना के बैंड एवं स्थानीय वाद्य यंत्रों की मधुर स्वरलहरियोें के साथ ही ‘हर-हर गंगे’ के उद्घोष से गंगोत्रीधाम गॅूंजता रहा। इस सुवअवसर पर बड़ी संख्या में देष-विदेष से आये श्रद्धालुओं ने अखंड ज्योति व मॉं गंगा जी की प्रतिमा के निर्वाण दर्षन कर पुण्य व मोक्ष की कामना की।

शुक्रवार, 6 मई 2011

डॉ. डोभाल बने यूकॉस्ट के महानिदेषक

डॉ. डोभाल बने यूकॉस्ट के महानिदेषक
देहरादून 06 मईए 2011 . उत्तराखखण्ड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) के निदेषक डॉ. राजेन्द्र डोभाल को यूकॉस्ट का महानिदेषक बनाया गया है। डॉ. डोभाल द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों के लिए उन्हें महानिदेषक के पद पर तैनात किया गया है। इससे राज्य में विज्ञान की गतिविधियों को संचालित करने में और तेजी आयेगी। विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा डॉ. डोभाल के महानिदेषक बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की गई है।

शुक्रवार, 11 मार्च 2011

पशु प्रदर्शनी में गोपाल की गाय को मिला सर्वोत्तम पशु का स्थान


पशु प्रदर्शनी में गोपाल की गाय को मिला सर्वोत्तम पशु का स्थान
पंतनगर। 11 मार्च, 2011। पंतनगर विश्वविद्यालय में चल रहे चार-दिवसीय किसान मेले के तीसरे दिन आज पशुचिकित्सा एवं पशुपालन विज्ञान महाविद्यालय के प्रांगण में पशु प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें पशुपालकों ने अपने पशुओं का विभिन्न वर्गों में प्रदर्शन किया। इस पशु प्रदर्शनी में पंतनगर विश्वविद्यालय के प्रकाषन निदेषालय में कार्यरत श्री गोपाल सिंह नेगी पुत्र श्री नैन सिंह नेगी की दुधारू हालिस्टीन गाय को कार्यवाहक कुलपति, डा. जे. कुमार ने सर्वोत्तम पशु के रूप में रिबन पहनाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर पशुचिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता, डा. जी.के. सिंह; निदेषक प्रसार षिक्षा, डा. वाई.पी.एस. डबास; एवं चयन मण्डल के सदस्य भी उपस्थित थे। इस पशु प्रदर्शनी में कुल 43 प्रविष्टियाँ सम्मिलित थीं जिन्हें 9 वर्गों में प्रदर्षित किया गया था। जर्सी संकर बछिया वर्ग में आजाद की बछिया कोे प्रथम स्थान प्राप्त हुआ जबकि जर्सी संकर गाय वर्ग में प्यारे लाल की गाय प्रथम रही। हालिस्टीन बछिया वर्ग में राकेष चन्द्र जोषी की बछिया ने बाजी मारी तो हालिस्टीन दुधारू गाय वर्ग में गोपाल सिंह नेगी की ही गाय प्रथम रही। हालिस्टीन गाभिन गाय वर्ग में मुकेष की गाय प्रथम रही जबकि हालिस्टीन गोवत्स वर्ग में सुनील का गोवत्स प्रथम रहा। हालिस्टीन गाभिन बछिया वर्ग, हालिस्टीन गाय वर्ग तथा भैंस पडिया वर्ग में किसी भी पषु को प्रथम स्थान प्राप्त नहीं हुआ।
किसान मेले में आज भी बड़ी संख्या में किसानों का आना जारी रहा। मेले में विश्वविद्यालय के विभिन्न शोध केन्द्रों एवं विश्वविद्यालय फार्म तथा निजी कम्पनियों द्वारा लगाये गये स्टालों पर बीजों एवं पौधों की खरीद जारी रही। प्रकाशन निदेशालय, एटिक एवं आई.सी.ए.आर. के स्टॉलों पर किसानों एवं विद्यार्थियों ने पुस्तकों, किसान डायरी एवं सी.डी. का क्रय किया। मेले में रोटरी क्लब पंतनगर एवं पंजाब नेषनल बैंक पंतनगर के संयुक्त तत्वाधान में सरस्वती षिषु मंदिर, पंतनगर के छात्र-छात्राओं द्वारा ’पालीथीन हटाओ, पर्यावरण बचाओ‘ रैली निकाली गयी लिये हुए आगन्तुकों से पालीथीन के थैले लेकर बदले में कपड़े के थैले दिये गये। विश्वविद्यालय के परिवहन विभाग द्वारा पुराने टायरों की नीलामी की गयी। गांधी हाल में आयोजित विशेष व्याख्यान माला के अंतर्गत ‘ग्राम पंचायत स्तर पर परिवार सहयोगी कार्यक्रमों का प्रबन्धन एवं संचालन’ विषय पर डा. आभा अहूजा ने महत्वपूर्ण जानकारी किसानों को दी तथा किसान गोष्ठी में किसानों की खेती से सम्बन्धित विभिन्न समस्याओं का विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने समाधान बताया। रात्रि में गांधी हाल में किसानों के मनोरंजन हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। कल मेले का अन्तिम दिन है जिसमें अपराह्न में गांधी हाल में समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जाएगा।


किसान मेले में कृषि मंत्री करेंगे पुरस्कार प्रदान
पंतनगर। 11 मार्च, 2011। पंतनगर विश्वविद्यालय में चल रहे चार-दिवसीय किसान मेले के समापन के अवसर पर कल उत्तराखण्ड के कृषि मंत्री, श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत विभिन्न विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करेंगे। गांधी हाल में आयोजित होने वाले समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में श्री रावत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे। इस अवसर पर वे किसान मेले में चार दिनों में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं यथा उद्यान प्रदर्षनी एवं प्रतियोगिता, पषु प्रदर्षनी एवं प्रतियोगिता तथा जुताई प्रतियोगिता में विभिन्न स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान करेंगे। साथ ही मेले में लगाये गये विभिन्न वर्गों के स्टॉलों को भी उनके प्रदर्षन व बिक्री के आधार पर पुरस्कृत किया जायेगा। समापन समारोह सायं 3.00 बजे से आयोजित होगा।